टीवी रियलटी शो बिग बॉस में सब कुछ पहले से फिक्स होता है। प्रतियोगी अपने मन मुताबिक कमरे में रह सकता है। अपने साथ डायरी-पेन रख सकता है। एंट्री से पहले अपने हिसाब से शो के नियम-कानून भी बदलवा सकता है। 'आप' नेता और कवि डॉ. कुमार विश्वास का कहना है कि उनको शो में शामिल होने का जब तीसरी बार न्योता मिला, तो उन्होंने कुछ शर्तें रखीं। इनमें से कुछ को बिग बॉस रियलिटी शो की निर्माता कंपनी एंडेमॉल और कलर्स टीवी ने मान लिया, लेकिन बात जब पैसों पर आई तो कंपनी ने किनारा कर लिया।
dainikbhaskar.com से खास बातचीत में डॉ. कुमार विश्वास ने बताया कि उन्हें इस शो में शामिल होने के लिए बीते तीन साल से ऑफर आ रहे थे, पर वह मना कर देते थे। इस बार न्योता मिलने पर उन्होंने कुछ शर्तों के साथ जाने का मन बनाया। एंडेमॉल और कलर्स के सामने अपनी शर्तें रखीं, जिसे मान लिया गया। लेकिन जब कुमार ने वार विडोज फंड (शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं के लिए फंड) के नाम पर 21 करोड़ रुपए मांगा तो कंपनी ने किनारा कर लिया। इस वजह से वह बिग बॉस का हिस्सा नहीं बन सके।
घर में अलग से रूम देना किया स्वीकार
बिग बॉस के घर का नियम होता है कि सभी सदस्य एक साथ खुले में रहते और सोते हैं। शो में कुमार विश्वास को प्रतिभागी बनाने के लिए बिग बॉस ने अपना यह नियम भी तोड़ने की बात मान ली। दरअसल, कुमार विश्वास का कहना था कि वह खुले में नहीं सो सकते हैं। इस शर्त को मानते हुए इसका तोड़ भी निकाल लिया गया। कंपनी की तरफ से कहा गया कि उन्हें पहले प्रतिभागी के रूप में शो इंट्री करा दी जाएगी। चूंकि बिग बॉस के नियम के हिसाब से पहले प्रतियोगी को रूम मिलता है; और इस तरह उनको रूम मिल जाएगा।
डायरी और पेन रखने की मिली इजाजत
शो में शामिल होने के लिए कुमार विश्वास ने एक और शर्त रख दी। उन्होंने कहा कि वह कवि हैं। उन्हें कविता लिखने के लिए डायरी और पेन चाहिए। पहले उनकी इस शर्त को नहीं माना गया। लेकिन जब कुमार अपनी शर्त पर अड़े तो बिग बॉस में उन्हें डायरी और पेन रखने की इजाजत मिल गई।
शो में स्पेशल सेगमेंट देने की हुई पेशकश
कुमार विश्वास की तीसरी शर्त थी कि वह बिग बॉस में सामाजिक मुद्दों पर चर्चा भी चाहते हैं। इसका भी जुगाड़ निकाल लिया गया। कुमार विश्वास मुताबिक, बिग बॉस ने कहा था कि घर में हर दिन एक घंटा सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी। इस सेगमेंट को 'गुरु ज्ञान' का नाम दिया जाएगा। इसे शो में पांच मिनट 'आज का गुरु ज्ञान' से अलग चलाया जाएगा।
कुमार विश्वास ने भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्ध पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह अमृतसर से सांसद रहते हुए साढ़े तीन करोड़ रुपए लेकर बिग बॉस में चले गए थे। वहां वे बाथरूम साफ करते थे, कहीं किसी को एतराज नहीं था। जनता उनसे ऐसी ही उम्मीद करती है। वह ऐसा कर सकते हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होकर कपिल के शो में 'ठोकों ताली', 'और गुरुवर' बोलते रहते हैं।
कपिल के शो में उन्होंने एक हिरोइन से कहा था कि यदि आप संसद में आ जाओ तो मैं पूरे दिन संसद में रहुंगा। यह बात रिकॉर्डेड है। इसका मतलब है कि उनका संसद में रहना किसी हिरोइन पर निर्भर है। इस पर अपने आप को राष्ट्रवादी बोलने वाले कोई टिप्पणी नहीं करते हैं। उनका राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ऐसी बात बोल रहा है।
सनी लियोनी के साथ रहने में एतराज
कुमार विश्वास को पोर्न स्टार और पूर्व प्रतिभागी रही सनी लियोनी के साथ बिग बॉस में रहने में एतराज था। साथ ही उन्होंने शो की इस पॉलिसी पर नाखुशी जताई कि पहले से शामिल होने वाले प्रतिभागी के बारे में सही जानकारी नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि यदि अंदर जाकर पता चले कि कुछ करोड़ रुपए के लिए सनी लियोनी के साथ रहना पड़ेगा और कॉफी या चाय बनाने पर हो रहा है, तो यह कोई इंटरटेनमेंट नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि बिग बॉस के लिए उन्हें काफी बड़ी रकम ऑफर हुई थी, लेकिन रकम ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होती है। सम्मान जरूरी होती है। यदि किसी से चार साल का बच्चा पूछे कि सनी लियोनी क्या परफार्म करती हैं? तो कोई जानकर भी नहीं बता सकता है।
ऐसा लगता है कि भारत में कलाकार, संगीतकार और गीतकार नहीं बचे हैं। क्या भारत की हिरोइनों की परंपरा इतनी मलिन और छोटी हो गई है कि एक पोर्न स्टार को हिंदुस्तान में लाकर स्टार बनाना पड़े।
कुमार विश्वास ने dainikbhaskar.com से बातचीत के दौरान फिल्मी स्टारों पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों में सलमान और अमिताभ बच्चन को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी का क्रेज होता है तो सब स्टेडियम में उनके बगल में बैठकर मैच देखते हैं। नरेंद्र मोदी का क्रेज होता है तो अहमदाबाद में जाकर पतंग उड़ाने लगता हैं। इस बार उनका इशारा सलमान खान की तरफ था।
अमिताभ बच्चन पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे राजीव गांधी की सरकार में उनके साथ रहते हैं। यूपी में जब मुलायम की सरकार थी तो यूपी का विज्ञापन कर रहे थे। बाद में जब नरेंद्र मोदी का क्रेज बढ़ने लगा तो वह गुजरात में विज्ञापन देने लगे।
उन्होंने कहा कि प्रिति जिंदा के साथ सब काम करना चाहते हैं, पर जब वह एक बड़े रईसजादे के खिलाफ खड़ी होती है तो उनकी मदद के लिए कोई स्टार सामने नहीं आता है। शिर्डी के साईं बाबा के यहां अंगूर सभी चढ़ाने जाते हैं, लेकिन जब साईं की मूर्तियों को उठाकर फेंका जाता है तो सभी चुप हो जाते हैं। कोई भी दामिनी और गुड़िया पर बोलने को राजी नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना यदि कसौटी पर कसी जाए तो कभी नहीं चूकती है। जिस कश्मीर में सेना के खिलाफ नारे लगाए गए। जहां उनके ऊपर पत्थर फेंके गए। आज उस कश्मीर की बाढ़ में वे सिपाही अपनी जान हथेली पर लेकर उतरे हुए हैं। भारतीय सेना एकमात्र ऐसा संस्थान बचा है, जिसको जब चुनौती मिलने पर उसे हर हाल में पूरा करती है। बात चाहे उत्तराखंड या जम्म कश्मीर की हो या देश की सीमा की। वह सब कुछ भूलकर अपनी जान न्यौछावर करती है। इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि हम सभी शहीद सैनिकों के घरवालों के लिए कुछ न कुछ करें।
उन्होंने कहा कि यदि इन शहीदों की विधवाओं के लिए 21 करोड़ रुपए पहुंचते हैं। वह बिग बॉस तो क्या कहीं भी पोछा लगा सकते हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमारे देश और पड़ोसी मुल्क पीएम की मां के लिए शाल और साड़ी आती- जाती रहती है, लेकिन कफन में लिपटे बेटे आना बंद नहीं होते हैं। नई सरकार आ गई है। इसके बावजूद भी अब तक 30-40 सैनिक बार्डर पर शहीद हो चुके हैं।
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